
हत्या को एक्सीडेंट दिखाने की साजिश नाकाम, एक नाबालिग सहित 6 आरोपी गिरफ्तार
कोतरारोड़ पुलिस ने ब्लाइंड मर्डर का किया सनसनीखेज खुलासा
रायगढ़, 16 जून 2025 आपकी आवाज: कोतरारोड़ थाना क्षेत्र में 24 वर्षीय युवक की रहस्यमयी मौत के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए एक गहरी साजिश को बेनकाब किया है। आरोपीयों ने हत्या को दुर्घटना का रूप देने की कोशिश की थी, लेकिन पुलिस की सटीक जांच और सूझबूझ के चलते पूरा मामला उजागर हो गया।
4 जून को मेडिकल कॉलेज रायगढ़ से पुलिस को सूचना मिली थी कि उसरोट निवासी जलेश्वर सारथी (24) की मौत हो गई है। इस पर थाना कोतरारोड़ में मर्ग क्रमांक 39/2025 धारा 194 बीएनएस के तहत जांच प्रारंभ की गई। पूछताछ के दौरान मृतक को 2 जून की रात गांव के सत्यनारायण सिदार के घर अंतिम बार देखा गया था।
तफ्तीश ने तब रफ्तार पकड़ी जब ग्रामीणों ने बताया कि किशन सिदार उर्फ भूरू को घटना वाली रात गांव के नाले की रेलिंग पर पानी छिड़कते हुए देखा गया था। पुलिस द्वारा जब भूरू से सघन पूछताछ की गई तो उसने खुलासा किया कि वह सत्यनारायण सिदार के कहने पर खून के सबूत मिटा रहा था।
इसके बाद कड़ाई से पूछताछ करने पर सत्यनारायण ने स्वीकार किया कि 2-3 जून की रात झगड़े के दौरान जब मृतक जलेश्वर बीच-बचाव करने आया, तो उसे टांगी से वार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। उसे मृत समझकर, हत्या को दुर्घटना दिखाने की योजना बनाई गई।
इस साजिश में सत्यनारायण के साथ उसका भाई कृपाराम, डिलेश्वर, भाभी लक्ष्मीन सिदार और एक विधि से संघर्षरत बालक भी शामिल थे। सभी ने मिलकर जलेश्वर को गांव के नाले के पास ले जाकर छोड़ा, और किशन सिदार को रुपयों का लालच देकर छिड़काव मशीन से खून के सबूत मिटवाए।
कोतरारोड़ पुलिस ने सभी 6 आरोपियों —
- किशन सिदार उर्फ भूरू (22)
- लक्ष्मीन सिदार (35)
- डिलेश्वर सिदार (40)
- सत्यनारायण सिदार (29)
- कृपाराम सिदार (32)
- एक विधि से संघर्षरत बालक
को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से सभी को रिमांड पर भेज दिया गया है। इनके विरुद्ध अपराध क्रमांक 264/25 धारा 103(1), 238, 3(5) बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त टांगी, खून मिटाने में उपयोग की गई कीटनाशक छिड़काव मशीन, और घटना के समय पहने गए कपड़े भी जब्त किए हैं।
इस मामले के खुलासे में पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल के के मार्गदर्शन पर एडिशनल एसपी आकाश मरकाम, डीएसपी सुशांतो बनर्जी, तथा थाना प्रभारी निरीक्षक त्रिनाथ त्रिपाठी की टीम— एएसआई डीपी चौहान, प्रधान आरक्षक करुणेश राय, आरक्षक चंद्रेश पांडे, शुभम तिवारी, संजय केरकेट्टा, घनश्याम सिदार और महिला आरक्षक श्यामा सिदार—की महत्वपूर्ण भूमिका रही।